र्वजों द्वारा पंचदीपम तेल से दीपक जलाने की जोरदार सिफारिश की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इससे निकलने वाला प्रकाश सभी प्रकार की बुराइयों को नष्ट कर देगा और आपके घर में स्वास्थ्य, ज्ञान और धन लाएगा। पंचदीपम तेल तिल का तेल, शुद्ध घी, महुआ का तेल, अरंडी का तेल और नीम के तेल का मिश्रण है। प्रदान करने वाले इन 5 प्रकार के तेलों का अपना एक अलग महत्व है, लेकिन जब सही अनुपात में एक साथ मिलाया जाता है, तो इनका उपयोग पूजा में किया जाता है। पंचदीपम तेल के उपयोग: पंच दीपम तेल में निम्नलिखित तेल होते हैं, 1. शुद्ध जिंजेली / तिल का तेल (35%): तिल का तेल या तिल का तेल जीवन में आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों को दूर करने में मदद करता है और बाधाओं को दूर करता है। 2. शुद्ध गाय का घी (20%): आमतौर पर गाय का घी बुरे विचारों को नष्ट कर अच्छी सुगंध फैलाता है। गाय के घी में जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। यह व्यक्ति के जीवन में सुख, स्वास्थ्य और शांति बनाए रखता है। साक्ष्य इसे गरीबी मिटाने का एक बेहतरीन तरीका मानते हैं। 3. महुआ तेल (20%): महुआ तेल महुआ नामक पेड़ से निकाला गया तेल है। आमतौर पर स्थानीय रूप से “तेल” के रूप में जाना जाता है। भगवान शिव की कृपा बढ़ाने वाला माना जाने वाला यह तेल कर्ज से मुक्ति दिलाने की शक्ति रखता है। 4. अरंडी का तेल (15%): अरंडी का तेल परिवार को प्रसिद्धि, नाम और सुख देगा। अधिकांश लोगों का मानना है कि यह किसी के परिवार में भक्ति विश्वास को बढ़ाता है। 5. नीम का तेल (10%): नीम के तेल में बुरी आत्माओं को नष्ट करने की शक्ति होती है और साथ ही हवा में मिश्रित विषाक्त पदार्थों को भी प्रदान करती है। ऐसा माना जाता है कि यह परिवार में धन लाता है।
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